बांसुरी को समझने से पहले भारतीय शास्त्रीय संगीत के बारे में जानना आवश्यक है।
सा(षडज), रे(ऋषभ), ग(गंधार), म(मध्यम), प(पंचम), ध(धैवत), नि(निषाद)
अर्थात
सा, रे, ग, म, प ध, नि
सा और प को अचल स्वर माना जाता है। जबकि अन्य स्वरों के और भी रूप हो सकते हैं। जैसे 'रे' को 'कोमल रे' के रूप में गाया जा सकता है जो कि शुद्ध रे से अलग है। इसी तरह 'ग', 'ध' और 'नि' के भी कोमल रूप होते हैं। इसी तरह'शुद्ध म' को 'तीव्र म' के रूप में अलग तरीके से गाया जाता है।
गायक या वादक गाते या बजाते समय मूलत: जिस स्वर सप्तक का प्रयोग करता है उसे मध्य सप्तक कहते हैं। ठीक वही स्वर सप्तक, जब नीचे से गाया जाये तो उसे मंद्र, और ऊपर से गाया जाये तो तार सप्तक कह्ते हैं। मन्द्र स्वरों के नीचे एक बिन्दी लगा कर उन्हें मन्द्र बताया जाता है। और तार सप्तक के स्वरों को, ऊपर एक बिंदी लगा कर उन्हें तार सप्तक के रूप में दिखाया जाता है। इसी तरह अति मंद्र और अतितार सप्तक में भी स्वरों को गाया-बजाया जा सकता है।
बांसुरी पर आपकी उंगलिया जल्दी चलें इसके लिए अलंकार का अभ्यास बहुत जरुरी होता है। आइये जानते है अलंकार क्या होते है।
सा रे ग म प ध नि सां (आरोह)
सां नि ध प म ग रे सा (अवरोह)
(यहाँ आखिरी का सा तार सप्तक का है अत: इस सा के ऊपर बिंदी लगाई गयी है)
इस तरह जब स्वरों को नीचे से ऊपर सप्तक में गाया जाता है उसे आरोह कहते हैं। और ऊपर से नीचे गाते वक्त स्वरों को अवरोह में गाया जाना कहते हैं।
इस अलंकार को पहले शुरू में 100 बार अभ्यास करना चाहिए और इससे पहले कि आप कोई सत्र शुरू करें, इसका उपयोग वार्म अप के लिए किया जा सकता है।
2
आ:
सा रे सा रे सा रे सा 4 (दोहराने 4 बार या अधिक के लिए अगर ठीक से नहीं आ रहा है)
रे गा रे गा रे गा रे x 4
गा मा गा मा गा गा x 4
मा पा मा पा मा पा मा x 10
पा धा पा धा पा धा x 4
Av:
सा नी सा नी सा नी सा 4 4
नी धा न ध न ध न x 4
धा धा धा धा धा x 4
पा मा पा मा पा मा पा x 10
मा गा मा गा मा गा x 4
गा रे गा रे गा रे गा x 4
री सा रे सा रे सा रे x 4
सा नी सा नी सा नि सा x 4
सासा रेरे गग मम पप धध निनि सांसां ।
सांसां निनि धध पप मम गग रेरे सासा।
सारेग, रेगम, गमप, मपध, पधनि, धनिसां।
सांनिध, निधप, धपम, पमग, मगरे, गरेसा।
सारे, रेग, गम, मप, पध, धनि, निसां।
सांनि, निध, धप, पम, मग, गरे, रेसा।
सारेगमप, रेगमपध, गमपधनि, मपधनिसां।
सांनिधपम, निधपमग, धपमगरे पमगरेसा।
सारेसारेग, रेगरेगम, गमगमप, मपमपध, पधपधनि, धनिधनिसां।
सांनिसांनिध, निधनिधप, धपधपम, पमपमग, मगमगरे, गरेगरेसा।
सारेगसारेगसारेसागरेसा, रेगमरेगमरेगरेमगरे, गमपगमपगमगपमग, मपधमपधमपमधपम, पधनिपधनिपधपनिधप, धनिसांधनिसांधनिधसांनिध, निसांरेनिसांरेनिसांनिरेंसांनि, सांरेंगंसांरेंगंसांरेंसांगंरेंसां।
सांरेंगंसांरेंगंसांरेंसांगंरेंसां, निसांरेनिसांरेनिसांनिरेंसांनि,धनिसांधनिसांधनिधसांनिध, पधनिपधनिपधपनिधप, मपधमपधमपमधपम, गमपगमपगमगपमग, रेगमरेगमरेगरेमगरे, सारेगसारेगसारेसागरेसा।
आ: (नि सा रे सा) x4,
(सा रे गा रे) x4,
(रे गा मा गा) x4,
(गा मा पा मा) x4,
(मा पा दे पा) x4,
(पा धा नी धा) x4,
(धा नी सा नी) x4,
(नी सा रे सा) x4।
Av: (रे सा नी सा) x4,
(एसए नी दे नी) x4,
(नी धा पा धा) x4,
(धा पा मा पा) x4,
(पा मा गा मा) x4,
(मा गा रे गा) x4,
(गा रे सा रे) x4,
(रे सा नि सा x4
आः (नी सा रे गा रे सा) x4,
(सा रे गा मा गा रे) x4,
(रे गा मा पा मा गा) x4,
(गा मा पा दे पा मा) x4,
(मा पा दे नी दे पा) x4,
(पा धा नी सा नी धा) x4,
(धा नी सा रे रे नी) x4,
(नि सा रे ग रे सा) x4।
अव: (रे सा नी दे नी सा) x4,
(सा नी धा पा धा नी) x4,
(नी दे पा मा पा धा) x4,
(धा मा गा मा पा) x4,
(पा मा गा रे गा मा) x4,
(मा गा रे सा रे गा) x4,
(गा रे सा नी सा रे) x4,
(रे सा नि धा नि सा) x4